Friday, June 29, 2012

हिंदू धर्म में चातुर्मास के अर्थ और विवेचना / Meaning and Explanation of Chaturmas in Hindu Dharm

धर्म (मज़हब) किसी एक या अधिक परलौकिक शक्ति में विश्वास और इसके साथ-साथ उसके साथ जुड़ी रिति, रिवाज़, परम्परा, पूजा-पद्धति और दर्शन का समूह है । इस संबंध में प्रोफ़ेसर महावीर सरन जैन का अभिमत है कि आज धर्म के जिस रूप को प्रचारित एवं व्याख्यायित किया जा रहा है उससे बचने की जरूरत है। वास्तव में धर्म संप्रदाय नहीं है। जिंदगी में हमें जो धारण करना चाहिए, वही धर्म है। नैतिक मूल्यों का आचरण ही धर्म है। धर्म वह पवित्र अनुष्ठान है जिससे चेतना का शुद्धिकरण होता है। धर्म वह तत्व है जिसके आचरण से व्यक्ति अपने जीवन को चरितार्थ कर पाता है। यह मनुष्य में मानवीय गुणों के विकास की प्रभावना है, सार्वभौम चेतना का सत्संकल्प है।सनातन धर्म इस विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है सनातन धर्म एक जीवन जीने की पद्धति है जो हमारे ऋषि मुनियों ने मानव केउत्थान के लिए विकसित की  we moved to www.astroswami.in

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