Sunday, November 6, 2011

राशिफल - नवम्बर २०११ / Horscope- November 2011

मासिक राशिफल – नवम्बर -2011
मेष –Aries (चु चे चो ला ली लू ले लो अ )
इस मास के शुरू में इस राशि का स्वामी मंगल पंचम भाव में मित्र राशि का हो कर बैठेगा, परन्तु काफी मेहनत के पश्चात ही आपको आय के साधन प्राप्त होंगे मंगल की दृष्टि अष्टम भाव और एकादश भाव एवं द्वादश भाव पर होने के कारण आपको अचानक चोट या दुर्घटना का भय है इस राशि के विद्ध्यार्थियों को इस माह काफी सावधान रहने की आवशकता है उन्हें हुनमान चालीसा या बजरंग बाण या लाल वस्तुओं का दान करना चाहिए नहीं तो विद्द्या में मनोनुकूल परिणाम नहीं आयंगे इस राशि के जातको को अपनी पत्नी के स्वास्थ्य के प्रति सावधनी बरतनी चाहिए, १५ नवम्बर के पश्चात शनि अपनी स्थिति बदलेंगे और उनकी  नीच  विषमयी दृष्टि भाग्य भाव,लग्न और चतुर्थ भाव पर पडेगी जो इस राशि के जातको के लिए ठीक नहीं है कुछ अशुभ भ घटित हो सकता है  आय के स्रोत्र कम होंगे , स्वास्थ्य के प्रति थोडा सा सावधान रहें और सुख में कमी आएगी  मेष रही के जातको को शनि चालीसा , लंका कांड , शनि का दान देना अशुभ प्रभावों को कम कर देगा
वृष – Taurus ( इ उ ए ओ व् वि वृ वे वो )
वृष राशि पर ६ जून से  केतु का संचार है  जिस के कारण शरीर में थकावट और बीमारी की सम्भावना रहेगी और मानसिक परशानियां इस वर्ष के अंत तक आप के साथ रहेंगी १५ नवम्बर के पश्चात शनि अपनी उच्च राशि तुला में षष्ट  भाव से  संचार करेगा इसलिए शनि की दृष्टि अष्टम भाव , द्वादश भाव और तृतीय भाव होगी जो कोई भी ऐसा उतम मार्ग प्रशस्त नहीं करेगी केवल मात्र वह व्यक्ति जो न्यायालय में जिनके मामले लम्बित हैं उन्हें कुछ शुभ समाचार मिल सकते हैं इस पुरे मास संघर्षपूर्ण स्थितियां, अत्यधिक भाग दौड़ बनी रहेगी घर की आंतरिक समस्याए अभी बनी रहेंगीश्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करना आपके लिए अत्यधिक शुभ रहेगा किसी अंधे भिखारी को उनी कंबल देना आपके स्वास्थ्य में सुधर लाएगा
मिथुन – Gemini ( क कि कु घ ड छ के को ह )
मिथुन जातको को इस मास में अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहना पडेगा क्योंकि उनके लग्न का स्वामी बुध स्वयं षष्ट भाव में शत्रु राशि गोचर कर रहा है बुध ,शुक्र और राहू तीनों की दृष्टि द्वादश भाव पर होने से खर्चो में अत्यधिक वृद्धि होगी तथा आकस्मिक रूप से आप अस्वस्थ होने की प्रबल सम्भावना है मानसिक अशांति परन्तु पराक्रम बना रहेगा लड़ने की क्षमता बनी रहेगी आय से अधिक खर्च रहेंगे परन्तु गुरु बृहस्पति के कारण आमदनी और  मदद मिलती रहेगी
कर्क – Cancer ( हि हू हे हो डा डी ड दे डो )
इस मास की १५ नवम्बर से शनि अपनी स्व राशि तुला से संचार करेगा परन्तु कर्क राशि के जातकों के लिए यह चतुर्थ भाव में संचरण करेगा और शनि की ढैया शुरू होने से इस मास घरेलू सुख में कमी, परेशानी, आर्थिक रूप से परेशानी और बिमारियों से सम्बन्धित परेशानियां बनेगी व्यवसाय की स्थिति मध्यम बनी रहेगी आय के साधन भी बनेगे परन्तु खर्चो की अधिकता रहेगी
सिंह – Leo ( म मि मु में मो टा टी टू टे )
इस मास सिंह राशि के जातको को क्रोध बहुत आएगा इस के कारण व्यर्थ और  निरर्थक विवादों में उलझेंगे, आपकी पत्नी से भी आपकी झगड़े पूरी सम्भावना है लड़ाई –झगड़े से बचे अन्यथा हानि होगी आय योग्य साधन निर्मित होंगे परिवार में सुख रहेगा यदि आप झगड़े से बचे , धन लाभ की पूरी सम्भावना है १५ नवम्बर के पश्चात थोड़ी सी सुख
कन्या – Virgo ( टो पा पी पू ष ण ठ पे पो )
इस राशि के जातको के उपर शनि की साढ़ेसाती के कारण मानसिक तनाव एवं घरेलू उलझने बढेंगी १५ नवम्बर के पश्चात शनि दूसरे भाव और अपनी स्वराशि तुला से गोचर करेगा जो कन्या राशि वालों को कुछ राहत प्रदान करेगा परन्तु पारिवारिक सुख में कमी, अध्यात्म की और उन्मुख होंगे, परन्तु आर्थिक क्षेत्र में आपको अत्यधिक लग्न से काम करना पडेगा श्री कार्तिक माहात्म्य का पाठ करना शुभ रहेगा
तुला –  Libra ( रा री रु रे रो ता ति तु ते )
तुला राशि पर इस समय शनि की साढ़ेसाती चल रही है जो १५ नवम्बर २०११ को आद्रा नक्षत्र एवं मिथुन राशि के चन्द्र के समय १०:११मिनट पर शनि देव कन्याराशी को छोड़कर तुला राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए तुला राशि वालों के लिए साढ़ेसाती में घरेलू झगड़े तो बने रहेंगे परन्तु व्यापार,धन सम्पति का लाभ होगा उनका प्रभाव क्षेत्र  बढ़ेगा और लोगों में सम्मान बढ़ेगा मित्रों से सावधान रहने की आवश्यकता है इस मास के अंत में थोडा खर्च बढ़ेगा तथा मन में तनाव बना रहेगा कार्तिक माहात्म्य का पाठ करना शुभ रहेगा
वृश्चिक – Scorpio ( तो न नी नु ने नो या यी यु)
इस राशि का स्वामी मंगल अपनी मित्र राशि सिंह में गोचर कर रहा है वृश्चिक राशि के जातको को जो शारीरिक कष्ट अभी तक थे वो धीरे धीरे दूर हो जायंगे १५ नवम्बर को शनि द्वादश भाव में गोचर करेगा जिससे शारीरिक कष्ट खत्म होंगे विद्द्या के क्षेत्र में असफलता मिलने की सम्भावना अधिक है परन्तु शिरोवेदना अभी भी रहगी इस राशि में राहू का संचार होने से मानसिक तनाव और स्वस्थ सम्बन्धी परेशानियां होंगी भौम गायत्री का पाठ करना शुभ रहेगा
धनु– Sagittarius ( ये यो भा भी भू ध फ ढ भे )
इस मास पिछले मास के बिगड़े हुए कार्य बनेगे , मंगल सिंह राशि में से गोचर करेगा जो इस राशि के जातको के लिए आर्थिक रूप से अच्छा है १५ नवम्बर से शनि अपनी स्वराशि तुला एकादश भाव में होगा जो जातक को आर्थिक क्षेत्र में तो सहायता करेगा परन्तु लग्न पर दृष्टि होने के कारण स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंताएं भी बढाएगा पारिवारिक सुखों में वृद्धि होगी खर्चो में वृद्धि होगी इसलिए सोच समझ कर खर्च करें
मकर–Capricon ( भो ज जी खी खू खे खो ग गी)
इस राशि में मंगल अष्टम भाव में सिंह राशि से गोचर कर रहा है जो आपको संकेत देता है की आपको चोट ,दुर्घटना आदि लगने का भय है  पारिवारिक सुख आपको मिलेगा परन्तु पुत्र के साथ आपका झगड़ा हो सकता है खर्चों की अधिकता रहेगी परन्तु १५ नवम्बर के पश्चात शनि का गोचर तुला राशि में दशम स्थान में होने से जिन्हें नोकरी की तलाश है जरूर पूरी होगी , व्यवसाय में लाभ व् उन्नति के संयोग बन रहे है उनका पूरा लाभ उठाये
कुम्भ – Aquarius ( गु गे गो स सी सु से सो द)
आपकी राशि का स्वामी शनि १५ नवम्बर से तुला राशि में प्रवेश कर रहा है जो आपका भाग्य भाव है इसलिए यदि कोई नया काम  शुरू करने की सोच रहें है तो शनि से सम्बन्धित कार्यों की अनदेखी ना करें , जमीन , जायदाद के कार्य से आपको लाभ होने की पूरी सम्भावना है आप के विदेश जाने के योग निर्मित हो रहें हैं श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करें
मीन – Pisces ( दि दु थ झ दे दो चा चि )
आप की राशि का स्वामी गुरु दूसरे भाव में है जो आपके लिए आय का साधन बनाता है परन्तु आप अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखे और मुकद्दमों से बचें, वाहन चलते समय सावधानी  बरतें , चोट लगने की सम्भवना  है १५ नवम्बर  के बाद शनि की दृष्टि लग्न से हटने के पश्चात आपके बिगड़े कार्य बनेगें और आय में भी बडोतरी होगी , कार्तिक माहात्म्य का पाठ शुभ  रहेगा


यह मासिक फलादेश चन्द्रमा पर आधारित है इसलिए जो व्यक्ति पाश्चत्य जगत के भविष्य वक्ताओं की तरह इसे द्खेंगे उन्हें निराशा हाथ लगेगी क्योकी पश्चिमी जगत में राशि सूर्य पर आधारित होती है परन्तु हमारे यहाँ राशि चन्द्र पर आधारित होती है इसलिए जब आप राशि देखे तो या तो आपको अपनी सही राशि पता होनी चाहिए या फिर आपकी राशि वो होगी जिस राशि के आगे आप के नाम का अक्षर होगा

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