विवाह के बाद हर दम्पति की इच्छा होती है की अब उसका पद पिता और माता का होना चहिये परन्तु कई बार दुर्भाग्यवश या ग्रह गोचर के कारण स्त्री को गर्भपात हो जाता है
जो बहुत ही दुःखदायी होता है यदि कोई भी पति पत्नी जिस के इस प्रकार का
अनर्थ कई बार हुआ है वह इस तंत्र को करे अगली बार स्त्री के साथ इस प्रकार
की दुर्घटना नहीं होगी
विधि :- जब स्त्री गर्भधारण कर ले तो पति और पत्नी दोनों कृष्ण – राधा के मंदिर में गुरु – पुष्य नक्षत्र में चांदी की बांसुरी राधा – कृष्ण को अर्पित करे तो गर्भपात नहीं होगा ये तंत्र अनुभूत है
विधि :- जब स्त्री गर्भधारण कर ले तो पति और पत्नी दोनों कृष्ण – राधा के मंदिर में गुरु – पुष्य नक्षत्र में चांदी की बांसुरी राधा – कृष्ण को अर्पित करे तो गर्भपात नहीं होगा ये तंत्र अनुभूत है
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