Saturday, October 22, 2011

दीपावली पूजन का शुभ महूर्त – 26 अक्टूबर 2011,बुधवार


दीपावली पूजन का शुभ महूर्त – 26 अक्टूबर 2011,बुधवार
२६ अक्टूबर २०११ दिन बुधवार को दीपावली का शुभ पर्व है साधारण जन-मानस दीपावली के पूजन का समय क्या हो इस को लेकर भ्रमित रहता है इसलिए यहाँ उसका समय और किस समय आपको क्या-२ करना चाहिए बताने जा रहा हूँ इस वर्ष श्री महालक्ष्मी पूजन एवं दीपावली का पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस में प्रदोष काल एवं अमावस्या अर्धरात्रि तक है जो विशेष रूप से शुभ मानी जाती है दिल्ली से लेकर अमृतसर तक उतर भारत के प्रमुख शहरों में प्रदोष काल का समय या पूजन का समय  इस प्रकार रहेगा
जम्मू               5:43 PM से 8:19PM तक
जालन्धर            5:42 PM से 8:18PM तक
चंडीगढ़              5:36 PM से 8:12PM तक
करनाल              5:37 PM से 8:13PM तक
दिल्ली               5:37 PM से 8:13PM तक
मुम्बई               6:04 PM से 8:40PM तक
दीपावली के दिन सायंकाल 6:46PM तक मेष लग्न रहेगा और उसके बाद 6:46PM से 8:41PM तक वृष लग्न विशेष शुभ रहेगा, जो व्यक्ति वृष लग्न में पूजन ना कर सकें हो या प्रदोष काल में पूजन ना कर सकें हों उनके लिए अमृत चौघडिया 8:56 PM से 10:30 PM के आस-पास पूजन करना शुभ रहेगा, जो  दिल्ली के आस-पास के क्षेत्र ( यहाँ आस-पास से अभिप्राय शहरों के समय के अंतर से है) महानिशीथ काल रात्रि 10:49 PM से रात्रि 1:24 AM तक रहेगा इस समय के दौरान कर्क लग्न रहेगा जो पूजन के लिए और मन्त्र,तंत्र और अनुष्ठान आदि के लिए शुभ रहता है  २६ अक्टूबर २०११ दिन बुधवार, चित्रा नक्षत्र, परन्तु प्रदोष काल के बाद स्वाति नक्षत्र कालीन, प्रीति योग और तुला राशि में सूर्य और चन्द्र होंगे , प्रदोष काल में स्नान आदि कर के श्री गणेश,महालक्ष्मी,कुबेर,महाकाली,दुर्गा,श्री राम आदि का पूजन करने के पश्चात निशीथ काल में मन्त्र जप, यंत्र सिद्धि, आदि अनुष्ठान करने चाहिए, दीपावली पूजन के पश्चात आप अपने घर में चोमुखा दीपक रात्रिभर प्रज्वलित रखें जो सोभाग्य एवं लक्ष्मी वृद्धि का प्रतीक माना जाता है यथा सम्भव रात्रि जागरण करें और श्री विष्णु सहस्रनाम, कनकधारा स्तोत्र, श्री लक्ष्मी सूक्त, श्री सूक्त, लक्ष्मी स्तोत्र, श्री राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.

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